झारखंड के कोयलांचल में इस हफ्ते भारी बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग ने दी चेतावनी
रांची। झारखंड के कोयलांचल में इन दिनों दिन में गर्मी तो रात में सर्दी का मौसम बना हुआ है। सुबह नौ बजते ही जहां तीखी धूप से गर्मी का एहसास हो रहा है तो रात आठ बजे के बाद घर के बाहर रहने पर ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह बारिश की भी संभावना है। झारखंड के 6 जिलों में तेज बारिश की चेतावनी दी गई है।
ऐसे में गर्मी, सर्दी के साथ बारिश का एहसास होगा तो वहीं ऐसे मौसम से आम लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है। मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान जहां 30 डिग्री रहा तो न्यूनतम 16 डिग्री के आस-पास रहा।
20 से 20 फरवरी को बोकारो समेत 6 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी
मौसम विभाग के अनुसार 20 फरवरी से लेकर 22 फरवरी तक तेज गर्जन के साथ बारिश की संभावना है। विभाग के अनुसार बारिश होती है तो फिर उसके बाद तेज गर्मी का दौर भी शुरू हो जाएगा। जिन जिलों में बारिश की संभावना है उनमें बोकारो, धनबाद,रामगढ़,पुरुलिया,गिरिडीह और हजारीबाग शामिल हैं।
ईंट बनवाने वालों की बढ़ी चिंता
उधर, बारिश की संभावनाओं को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में ईंट बनवाने वाले लोगों की चिंता बढ़ गई है। बारिश को लेकर उन्होंने पहले से ही बचाव को लेकर इंतजाम शुरू कर दिए हैं। बता दें कि इन दिनों गांवों में व्यापक तौर पर ईंट का निर्माण किया जा रहा है। ऐसे में बारिश होती है तो पानी से कच्चे ईंटों के भीग जाने का खतरा बन जाएगा और ईंटें गल जाएंगी।
हालांकि, गेहूं लगाने वाले किसानों के लिए बारिश वरदान साबित हो सकती है। किसान ने बताया कि खेत में फिलहाल गेहूं की फसल लगाई गई है। गेहूं में अब दाने आने का समय शुरू हो गया है।
ऐसे में अगर अभी जितना ज्यादा पानी गेहूं को मिले, उतना फायदेमंद है। इससे जहां गेहूं के दाने बढ़ेंगे तो वहीं फसलों में भी जान आएगी और सिंचाई से लगभग दस दिनों के लिए राहत मिलेगी।
लंबे अरसे बाद जनवरी-फरवरी में अब तक नहीं हुई बारिश
आंकड़ों के अनुसार पिछले कई सालों से नए साल की शुरुआत से लेकर बसंत पंचमी तक के बीच के दिनों में दो-तीन दिन तक की बारिश होती रही है। लेकिन इस वर्ष अब तक जनवरी और फरवरी माह में एक भी दिन बारिश नहीं हुई है।
ऐसे में ऐसा समय ईंट बनवाने वालों के लिए बेहद अनुकूल रहा है। किसानों ने बताया कि पिछले तीन साल से लगातार नया साल पर बारिश का मौसम बनता रहा है लेकिन इस साल अब तक एक भी दिन मौसम बारिश का नहीं बना है।
अधिकतम-न्यूनतम तापमान में ज्यादा का अंतर नुकसानदायक
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कटघरा के मलेरिया निरीक्षक भानु कुमार ने बताया कि गर्मी बढ़ने के साथ शाम के बाद मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। ऐसे में मच्छरों से होने वाली बीमारियां भी बढ़ने लगी हैं। इसके साथ अधिकतम-न्यूनतम तापमान में ज्यादा से ज्यादा अंतर होने पर स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
दिन में गर्म तेज हवाएं चलने लगी हैं, ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। चिकित्सकों के अनुसार दिन में गर्मी और रात में ठंड के एहसास से तबीयत पर असर पड़ता है। केवीके पेटरवार के वैज्ञानिक ने बताया कि अगले दो दिन बारिश की संभावना है। ऐसे में बारिश के बाद तापमान और बढ़ सकता है।