बिहार के इस जिले में भूमि सर्वे को लेकर आई बड़ी खुशखबरी, मालिकों को मिलेगी राहत
बेतिया। बेतिया जिले में विशेष भूमि सर्वेक्षण के तहत दो गांवों के गजट प्रकाशित करने की प्रक्रिया पूरी किए जाने के साथ इस कार्य में तेजी लाने की कवायद जारी है। संपूर्ण जिले में इस काम को अंतिम रूप देने में विभाग के कर्मी एवं अधिकारी जुटे हुए हैं।
स्वघोषित प्रपत्र जमा करने के लिए दिया 31 मार्च तक का वक्त
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भूमि सर्वेक्षण के द्वितीय चरण के तहत अब तक 62 हजार 654 रैयतों ने अपनी जमीन संबंधित जानकारी स्वघोषित प्रपत्र में जमा कर चुके हैं। प्रशासन ने इस प्रक्रिया को लिए 31 मार्च तक डेडलाइन तय की है।
जिला बंदोबस्त पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि निर्धारित समय सीमा के अंदर अगर रैयत अपनी जमीन से संबंधित जानकारी प्रपत्र दो में जमा नहीं करते हैं, तो उन्हें समस्या हो सकती है।
भूमि संबंधी जानकारी देने के लिए रैयतों को आनलाइन और आफलाइन, दोनों माध्यमों की सुविधा प्रदान की गई है। रैयत अपनी भूमि का विवरण डिजिटल पोर्टल के माध्यम से दर्ज कर सकते हैं या फिर संबंधित कार्यालय में जाकर आवेदन जमा कर सकते हैं।
जिला बंदोबस्त पदाधिकारी ने बताया कि स्वघोषित प्रपत्रों की सत्यापन प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। इसके तहत भूमि का भौतिक निरीक्षण कर उसकी पुष्टि की जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोका जा सके।
द्वितीय चरण के तहत 13 अंचल के1170 गांवों में चल रहा है सर्वे
जिले में भूमि सर्वेक्षण के तहत 18 में से 17 अंचलों के 1507 गांवों में भूमि सर्वेक्षण होना है। प्रथम चरण के तहत 4 अंचल चनपटिया,मझौलिया, नौतन व लौरिया 281 गांवों (मौजा) का सर्वे हो चुका है। जबकि द्वितीय चरण के तहत 13 अंचल नरकटियागंज, सिकटा, मैनाटांड, गौनाहा, बैरिया, योगापट्टी, बगहा-एक, बगहा-दो, रामनगर, मधुबनी, पिपरासी, ठकराहा व भितहां में भूमि सर्वेक्षण का चल रहा है।
इन अंचलों के 1170 गांव (मौजा) में सर्वे का काम चल रहा है। जिला बंदोबस्त पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि रैयतों को ज्यादा परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। उन्हें स्वघोषित प्रपत्र दो में रैयत या रैयत के वंशज द्वारा धारित भूमि का ब्योरा भरकर जमा कर सकते हैं।