जयपुर: निर्दलीय विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी ने राजस्थान विधानसभा में शिक्षा में सुधार की जरूरत बताते हुए अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने बाड़मेर जिले में नए पदों की संख्या बढ़ाने, वरिष्ठ अध्यापक और व्याख्याता भर्ती की मांग को प्रमुखता से उठाया। विधायक ने सदन में कहा कि शिक्षा के मुद्दे पर राजनीति कम और सार्थक चर्चा ज्यादा होनी चाहिए। शिक्षा ही एकमात्र विकल्प है जो रोजगार के साथ नागरिकों को जिम्मेदार राष्ट्र निर्माता बनाती है। बेरोजगारों के लिए किया पोस्ट विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी ने हाल ही में बाड़मेर में बेरोजगार युवाओं द्वारा किए गए आंदोलन पर अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान उन्होंने सरकार से मांग की कि भर्ती प्रक्रिया में प्रथम श्रेणी और द्वितीय श्रेणी के पदों में बढ़ोतरी की जाए। हाल ही में क्रमोन्नत स्कूलों में स्वीकृत पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति की जाए, ताकि विद्यार्थियों को उचित शिक्षा मिल सके। 

बाड़मेर में महिला साक्षरता दर बहुत कम 

विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि बाड़मेर में महिला साक्षरता दर बहुत कम है। इस कम दर का एक कारण स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पद और उचित शिक्षण संस्थानों का अभाव भी है। हाल ही में राजस्थान सरकार ने बाड़मेर विधानसभा को सावित्रीबाई फुले बालिका छात्रावास और राजकीय बालिका महाविद्यालय में छात्रावास उपलब्ध कराया है। यह सरकार का सराहनीय कार्य है।

सरकार से यह मांग भी की

विधायक प्रियंका चौधरी ने सरकार से बाड़मेर के स्टेशन रोड स्थित पीएम श्री महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय को दो शिफ्ट में चलाने की मांग की। विधायक ने सरकार से बाड़मेर में बालिका सैनिक विद्यालय और एक नया बालिका विद्यालय खोलने की मांग की। साथ ही उन्होंने शिक्षा का अधिकार अधिनियम और खेलने का अधिकार अधिनियम लाने पर जोर दिया।